श्रेणी यात्रा

भारत में इको-टूरिज़्म का भविष्य: हरे रास्तों पर चलती नई यात्रा

यात्रा हमेशा से मनुष्य की जिज्ञासा का हिस्सा रही है। कोई समुद्र की लहरों से सवाल करता है, कोई पहाड़ की चोटियों से, कोई जंगल की खामोशी से। लेकिन 21वीं सदी की यात्रा का नया चेहरा सामने आया है—इको-टूरिज़्म। और…

भारत के छिपे हुए रत्न: अनदेखे भारत की राहें, जो दिल छू लें

भारत को पोस्टकार्ड से नहीं, पगडंडी से समझा जाता है। ट्रेन की खिड़की से गुजरते धान के खेत, ढोलक की दूर-दूर तक फैली थाप, बस कंडक्टर का “आगे चलो” और किसी ढाबे का उबलता चूल्हा—इन्हीं टुकड़ों से असली भारत बनता…

वाराणसी की आध्यात्मिक पगडंडियों की खोज

कभी-कभी लगता है कि वाराणसी सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि समय की नदी में तैरता हुआ जीवित मिथक है। जिस क्षण आप कैंट स्टेशन से उतरते हैं और उस भीड़भाड़, शोरगुल, रिक्शों की आवाज़ों और मंदिर की घंटियों के बीच…

भारत की विलुप्तप्राय प्रजातियाँ और संरक्षण की जंग

जंगल की ख़ामोशी में छुपी हुई चीख़ एक बार कर्नाटक के नागरहोल टाइगर रिज़र्व में मैं गश्त पर निकले गार्ड्स के साथ चला था। पेड़ों के बीच अचानक सन्नाटा छा गया। कोई पक्षी नहीं, कोई पत्ता नहीं हिला। गार्ड ने…